भारतीय समाज में दलित बालिकाओं की शिक्षा की स्थिति का मूल्यांकन
Keywords:
शिक्षा मनुष्य के विकास का अति महत्वपूर्ण कारक है।Abstract
शिक्षा मनुष्य के विकास का अति महत्वपूर्ण कारक है। यह एक मनुष्य को सामाजिक, आर्थिक क्रियाकलापों में अपनी भागीदारी करने की सोच समझ देती है। सभी धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक विद्वानों ने शिक्षा के महत्व को बताया है। यह मनुष्य और उसके आर्थिक विकास के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है । शिक्षा अपने आसपास के शैक्षणिक वातावरण से निर्मित होती है। मनुष्य की शिक्षा उसके समाज की परंपरा, संस्कृति और आस्था को दर्शाती है, साथ ही यह इन तीनों से प्रभावित भी होती है। महान अर्थशास्त्री अर्मत्य सेन का कहना है की, ‘भारत के पिछड़ेपन की सबसे बड़ी वजह कमजोर शैक्षणिक स्थिति और रोजगारपरक शिक्षा का अभाव है’।