आदिवासी समुदाय में शिक्षा की स्थिति का संक्षिप्त मूल्यांकन

Authors

  • Harikrishan, Dr. Krishna Kant Sharma Research Scholar, CMJ University, Meghalaya

Keywords:

अनुसूचित जातियों के आर्थिक विकास और सामाजिक विकास में निष्क्रियता,

Abstract

अनुसूचित जातियों के आर्थिक विकास और सामाजिक विकास में निष्क्रियता, नवीनता का भय, अज्ञानता व हित स्वार्थ मुख्य प्रतिरोधक है। ये शिक्षा जैसे अहिंसक हथियारों से सकारात्मक रूप से मिटाये जा सकते हैं। उच्च शिक्षा मनुष्य को बुद्धिमान एवं तार्किक बनाती है यही कारण है कि समाज शिक्षित लोगों का सम्मान करता है उच्च शिक्षा ही वह औजार है जो बड़े-बड़े वैज्ञानिक, बुद्धि जीवी, विधि शास्त्री, शिक्षा शास्त्री, समाज शास्त्री, प्रबन्धकर्ता, तकनीशियन एवं सहित्यकार सृजित करती है किसी भी व्यक्ति की सार्थक पहचान उसकी शिक्षा एवं शैक्षिक वातावरण से ही की जा सकती है। शिक्षा के द्वारा ही न केवल व्यक्तित्व विकास एवं व्यवसाय की उपलब्धता संभव हो पाती है अपितु इसमें समाज का विकृत चेहरा एवं असमानता भी कम होती है।

Metrics

Metrics Loading ...

Published

2012-10-06

How to Cite

Harikrishan, Dr. Krishna Kant Sharma. (2012). आदिवासी समुदाय में शिक्षा की स्थिति का संक्षिप्त मूल्यांकन. Eduzone: International Peer Reviewed/Refereed Multidisciplinary Journal, 1(1), 154–157. Retrieved from https://eduzonejournal.com/index.php/eiprmj/article/view/268