हिंदी साहित्य में नारी की परिभाषा एवं नारी संघर्ष : एक अध्ययन
Keywords:
नारी, संघर्ष, हिंदी, साहित्य ।Abstract
नारी, सुनने में तो बहुत ही छोटा सा शब्द है पर इसकी गहराई का पता लगा पाना बहुत ही मुश्किल हैं। अगर किसी से नारी की परिभाषा पूछी जाए तो तकरीबन लोगो का कहना होगा कि नारी माँ होती हैं, बेटी होती है और पत्नी होती हैं जो घर का और अपने परिवार और अपने बच्चों की देखभाल करती हैं। अगर यही सवाल किसी औरत से भी पूछा जाए तो शायद उनमे से कई औरतों का जवाब यहीं होगा। क्या वाकई में एक औरत की परिभाषा बस इतनी सी है, क्या एक औरत का स्वरूप बस एक पत्नी, बेटी और पत्नी का ही है? क्या समाज में इनका अस्तित्व बस इतना सा ही हैं?