भू-प्रदान एवं भूमि अनुदान का ऐतिहासिक अध्ययन

Authors

  • डॉ. राकेश कुमार सहायक प्रोफेसर (इतिहास), जी.सी.डब्ल्यू. रोहतक

Keywords:

प्राचीन भारतीय समाज जो धीरे-धीरे मध्यकालीन समाज में बदला,

Abstract

प्राचीन भारतीय समाज जो धीरे-धीरे मध्यकालीन समाज में बदला, उसका मूल कारण था भूमि अनुदान की प्रथा। यह प्रथा कैसे आरम्भ हुई? भूमि अनुदान के शासन पत्र (सनद) बताते हैं कि दाताओं, मुख्यतः भिक्षुओं और पुरोहितों को धार्मिक अनुष्ठानों के लिए संसाधन की आवश्यकता रहती थी। राजा के अधिकारी वैश्यों से जो कर वसूलते थे उससे वे अपने अधिकारियों और श्रमिकों का वेतन चुकाते थे, पुरोहितों को दान-दक्षिणा देते थे और शिल्पियों से खरीदते थे।

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Published

2023-04-27

How to Cite

डॉ. राकेश कुमार. (2023). भू-प्रदान एवं भूमि अनुदान का ऐतिहासिक अध्ययन. Eduzone: International Peer Reviewed/Refereed Multidisciplinary Journal, 12(1), 176–178. Retrieved from https://eduzonejournal.com/index.php/eiprmj/article/view/310